Thursday 17 November 2016

नोटबंदी : अब 4500 की जगह 2000 रुपये ही बदलवा सकेंगे, शादी के लिए 2.5 लाख मिलेंगे, ये हैं 7 नई घोषणाएं

नई दिल्ली: कैश क्रंच पर सरकार ने आज किसानों को बड़ी राहत दी. किसान हफ्तेभर में 25 हजार रुपये निकाल सकेंगे. जिनके घर में शादी है वे 2.5 लाख रुपये निकाल सकते हैं. साथ ही शुक्रवार से 4500 की जगह 2000 ही बदलवाए जा सकेंगे.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
  1. शुक्रवार से बैंकों में एक व्यक्ति 4500 की जगह 2000 रुपये तक ही एक्सचेंज कर पाएगा. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने कहा कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने 500 और 1000 के नोट बदलवाने का मौका मिल सकेगा.
  2. जिनके परिवार में शादी है वे 2.5 लाख रुपये निकाल सकेंगे. यह उन अकाउंट से निकाले जा सकते हैं जो KYC (Know your customer) के तहत आते हैं. दरअसल, नोटबंदी के चलते शादी वाले परिवारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
  3. जिन किसानों को क्रॉप लोन मिला है, उन्हें अपने खातों से हर हफ्ते 25 हजार रुपये प्रति हफ्ता निकालने की सहूलियत मिलेगी ताकि वे बीज और खाद आदि खरीद सकें.
  4. सब्जियों के थोक व्यापारी अब 50 हजार रुपये प्रति हफ्ता तक निकाल सकते हैं.
  5. जिन किसानों को माल की कीमत चेक या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिली है वो उस पेमेंट से हफ्ते में 25 हजार रुपये निकाल सकते हैं.
  6. फसल बीमा की किश्त जमा कराने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी गई है.
  7. सरकार कर्मचारी (ग्रुप सी) दस हजार रुपये तक की सैलरी एडवांस निकाल सकते हैं. यह अगले महीने उनके खातों में मैनेज कर दी जाएगी.
  8. गौरलतब है कि 8 नवंबर की पीएम नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. उसके बाद से बैंकों और एटीएम के बाहर रुपयों के लिए लाइनें लगी हुई हैं. लोग रात में बैंकों के आगे जाकर बैठ जाते हैं ताकि वे खर्च के लिए रुपये निकाल सकें.

Monday 30 May 2016

ज़ीका वायरस : चिंतित विशेषज्ञों ने मांग की- ओलिंपिक खेल कहीं और करवाए जाएं या फिर...

मियामी: ज़ीका वायरस से जुड़ी चिंताओं के बीच 150 अंतरराष्ट्रीय चिकित्सकों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर करके रियो डी जेनेरियो में होने वाले ओलंपिक खेलों के आयोजन को किसी और जगह करवाने या फिलहाल के लिए टाल दिए जाने की मांग की है।

पत्र में कहा गया कि ब्राजील के ज़ीका संकट से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर रियो में खेल करवाने का दबाव बनाना ‘गैर जिम्मेदाराना’ और ‘अनैतिक’ होगा।

क्या कहा गया है इस लैटर में...
पत्र में कहा गया, ‘‘हमारी बड़ी चिंता वैश्विक स्वास्थ्य को लेकर है। ज़ीका वायरस ने स्वास्थ्य को इस तरह से नुकसान पहुंचाया है, जिसे विज्ञान ने पहले कभी देखा नहीं है।’’ इस पत्र पर अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, नॉर्वे, फिलीपीन, जापान, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की और लेबनान समेत कई देशों के विशेषज्ञों ने हस्ताक्षर किए हैं।

पत्र में कहा गया, ‘‘दुनियाभर के देशों से खेलों में शिरकत करने के लिए जब पांच लाख विदेशी पर्यटक आएंगे तो ऐसे समय पर एक गैरजरूरी खतरा बना रहेगा कि वे इस वायरस की चपेट में आ सकते हैं और अपने इस वायरस को अपने साथ अपने देश ले जा सकते हैं, जहां जाकर यह एक महामारी का रूप ले सकता है।’’

पत्र में कहा गया, ‘‘क्या गरीबों के साथ ऐसा होना चाहिए? क्योंकि अभी तक इसके प्रकोप से बचे हुए स्थानों जैसे अधिकांश दक्षिण एशिया और अफ्रीका, पर इसका प्रकोप बहुत व्यापक हो सकता है।’’ ज़ीका के कारण खतरनाक माइक्रोसेफली सहित जन्मजात विकृतियां आ सकती हैं। माइक्रोसीफेली ऐसी बीमारी है जिसमें बच्चे छोटे सिर और मस्तिष्क के साथ पैदा होते हैं।

काफी व्यापक प्रभाव पड़ा है इस वायरस का
ब्राजील में पिछले साल मच्छर जनित  ज़ीका फैलने के बाद से अब तक लगभग 1300 बच्चों में इसके लक्षण दिख चुके हैं, जिसे ठीक नहीं किया जा सकता।

विश्व स्वास्थ्य संगठन और अमेरिका के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने ब्राजील की यात्रा पर जाने वाले लोगों से अपील की है कि वे मच्छरों के काटे जाने से बचने के उपाय करके चलें। इसके साथ ही यह अपील भी की गई है कि गर्भवती महिलाएं रियो डी जेनेरियो सहित उन क्षेत्रों में जाने से बचें जहां जीका फैला हुआ है।

पत्र ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से अपील की कि वह ब्राजील में मौजूदा स्थिति का और यात्रियों से की गई सिफारिशों का ‘‘एक नया, साक्ष्य आधारित आकलन करवाए’’।

बड़े वित्तीय निवेशों के दांव पर होने की वजह से पत्र ने सवाल उठाया कि क्या संयुक्त राष्ट्र की यह स्वास्थ्य एजेंसी स्थिति का निष्पक्ष आकलन कर सकती है? पत्र में कहा गया कि वैश्विक संस्था शायद उपलब्ध विकल्पों पर पर्याप्त ढंग से गौर नहीं कर रही है। इन विकल्पों में खेलों को एक ऐसे स्थान पर स्थानांतरित कर देना शामिल है, जहां ज़ीका मौजूद नहीं है। इसके अलावा यह विकल्प भी है कि जीका पर काबू पा लिए जाने तक खेलों को स्थगित कर दिया जाए या फिर इन्हें रद्द ही कर दिया जाए।

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उत्तर कोरिया ने सीमा का उल्लंघन होने पर दक्षिण कोरिया के युद्धपोतों को उड़ाने की धमकी दी

सियोल: उत्तर कोरिया ने शनिवार को दक्षिण कोरिया को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसके युद्धपोत विवादित पश्चिमी समुद्री सीमा में दाखिल होते हैं तो वह उन्हें उड़ा देगा।

बिना चेतावनी के करेंगे हमला
उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी केसीएनए द्वारा जारी उत्तर कोरियाई सेना के एक बयान में कहा गया, "अब से, हम दक्षिण कोरिया के किसी भी युद्धपोत पर बिना चेतावनी दिए हमला शुरू कर देंगे। अगर वह पश्चिमी समुद्र में हमारे सैन्य सीमांकन सीमा का 0.001 मिलीमीटर भी उल्लंघन करता है तो हम उसे उड़ा देंगे।"

नौकाओं पर गोली दागने पर प्रतिक्रिया
उत्तर कोरिया की यह चेतावनी दक्षिण कोरिया की नौसेना द्वारा विवादित पश्चिमी सागर में उत्तर कोरिया की दो नौकाओं एक मछलीमार नौका और दूसरी गश्ती नौका पर चेतावनी के रूप में पांच गोलियां दागने के एक दिन बाद आई है। यह विवादित समुद्री क्षेत्र येलो सी में है, जहां दोनों देशों के जल क्षेत्र को लेकर विवाद है। उत्तर कोरिया की दोनों नौकाएं गोलीबारी की घटना के तुरंत बाद अपनी सीमा की तरफ लौट गईं।

उक्त बयान में कहा गया है कि उत्तर कोरियाई शासन 'लापरवाह सैन्य उकसावे' के लिए अपने पड़ोसी देश को फटकार लगाती है। कहा गया है कि दक्षिण कोरिया जानबूझकर कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बढ़ाने के लिए ऐसी हरकतें कर रहा है।

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अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा, 26/11 हमले की जांच में भारत का सहयोग करें

वाशिंगटन: अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह 26/11 हमले की जांच में भारत के साथ सहयोग करे। इसके साथ ही उसने पाकिस्तान से उसकी जमीन से काम कर रहे सभी आतंकवादी समूहों से निपटने की अपील की।

भारतीय अधिकारियों का सहयोग करे अमेरिका
विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता मार्क टोनर ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम यह अपील करते है कि पाकिस्तान सरकार इन हमलों की पूर्ण जांच में भारतीय अधिकारियों के साथ सहयोग करें। उन्होंने कहा, यह (मुंबई में हुआ आतंकवादी हमला) एक भयानक त्रासदी थी। हम न्याय होते देखना चाहते हैं और पाकिस्तानी सहयोग की अपील करते हैं। टोनर ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहा है कि उन्हें तालिबान समूहों समेत उनकी जमीन और उनके क्षेत्र से काम कर रहे सभी समूहों से निपटने की आवश्यकता है।

ऐसी अपील पहले भी की है
उन्होंने कहा, हमने उनसे ऐसा करने की अपील अतीत में भी की है। हम अब भी उनसे ऐसा करने की अपील करते हैं और हमने उनकी जमीन पर बेहद वास्तविक खतरे से निपटने के लिए उनके साथ मिलकर काम किया है।

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जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा, 'हाथ से निकला जा रहा है वक्त

बॉन: भले ही दुनिया भर के नेताओं ने पेरिस में ऐतिहासिक जलवायु समझौता कर लिया है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की जलवायु प्रमुख इस बात को लेकर चिंतित हैं कि आपदा से बचने के लिए लोग पेट्रोल-डीजल के उपयोग की आदत बदलने में समर्थ नहीं होंगे।

क्रिस्टियाना फिगरेस ने कहा, 'मेरी चिंता इस बात को लेकर है कि क्या जलवायु परिवर्तन के सबसे खराब प्रभावों से बचने के लिए बदलाव उतनी तेजी से होगा जितनी तेजी से इसकी जरूरत है। समय हाथ से निकला जा रहा है।'

गौरतलब है कि पेरिस समझौते के तहत 195 देशों ने औसत ग्लोबल वार्मिंग को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने का वादा किया है और उनकी कोशिश इसे 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित रखने की होगी।

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पाकिस्तानी धार्मिक संस्था की सिफारिश- पति को मिले पत्नी की पिटाई का हक

इस्लामाबाद: यदि पत्नियां अपने पति की अवहेलना करती हैं तो पाकिस्तानी पति उनकी थोड़ी सी पिटाई कर सकते हैं। अपने नए महिला संरक्षण विधेयक में राज्य से संबद्ध एक इस्लामिक संस्था ने यह सिफारिश की है।

संस्था ने इन स्थितियों में पत्नियों की पिटाई की बात कही है-

  • यदि पत्नी अपने पति की बात नहीं मानती है, उसकी इच्छा के मुताबिक कपड़े नहीं पहनती है।
  • शारीरिक संबंध बनाने को तैयार नहीं होती है, हिजाब नहीं पहनती है।
  • अजनबियों के साथ बात करती है, तेज आवाज में बोलती है।
  • पति की सहमति के बगैर लोगों की वित्तीय मदद करती है।
संस्था को संवैधानिक दर्जा प्राप्त
'द काउंसिल ऑफ इस्लामिक आइडियोलॉजी' (सीआईआई) को पाकिस्तान में संवैधानिक दर्जा प्राप्त है और यह संसद को इस्लाम के मुताबिक कानून बनाने के लिए गैर बाध्यकारी प्रस्ताव देता है। पंजाब प्रांत की महिलाओं के खिलाफ हिंसक गतिविधि संरक्षण विधेयक (पीपीडब्ल्यूए) 2015 को गैर इस्लामी बताते हुए काउंसिल द्वारा खारिज किए जाने के बाद विवादास्पद वैकल्पिक विधेयक तैयार किया गया है।

पंजाब विधानसभा को भेजा जाएगा प्रस्ताव
महिलाओं को घरेलू, मनोवैज्ञानिक और यौन हिंसा से कानूनी संरक्षण देने के लिए पीपीडब्ल्यूए पंजाब विधानसभा ने पारित किया था। साथ ही इसमें शिकायत के लिए एक टोल फ्री हॉट लाइन और महिला आश्रय स्थल स्थापित करने का प्रस्ताव है। परिषद अब अपने प्रस्तावित विधेयक को पंजाब विधानसभा को भेजेगा। 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की खबर के मुताबिक 163 पन्नों के मसौदा विधेयक में महिलाओं पर कई प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव किया गया है।

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चीन बोला- ताइवान की आजादी' का अंजाम एक 'खतरनाक अंत' होगा


बीजिंग: चीन के ताइवान मामलों के प्रमुख झांग झुइजुन ने चेतावनी दी है कि 'ताइवान की आजादी' का अंजाम और कुछ नहीं, बल्कि एक 'खतरनाक अंत' होगा।

ताइवान वर्क ऑफिस ऑफ द कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) तथा ताइवान अफेयर्स ऑफिस ऑफ द स्टेट काउंसिल दोनों के प्रमुख झांग ने कहा, 'ताइवान की आजादी ताइवान के भविष्य के लिए कोई विकल्प नहीं है।'

ताइवान के उद्योग व वाणिज्य प्रतिनिधिमंडल के साथ बुधवार को एक बैठक के दौरान उन्होंने ये टिप्पणियां कीं। उन्होंने कहा, 'यह फैसला है, जिस पर इतिहास ने मुहर लगाया है।'

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